नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 7440551111 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , वन निगम के उमरिया रेंज में निराई-गुड़ाई से लेकर वृक्षारोपण और खाद तक सब गोलमाल! – नारद वेब

नारद वेब

Latest Online Breaking News

वन निगम के उमरिया रेंज में निराई-गुड़ाई से लेकर वृक्षारोपण और खाद तक सब गोलमाल!

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
Shahdol (Ravi tripathi)
राज्य वन विकास निगम लिमिटेड परियोजना मण्डल उमरिया के उमरिया रेंज से नित नये रंग-बिरंगे मामले चर्चा में आ रहे हैं,
दो स्टार रैंक धारी रिटायरमेंट के कगार मे पहुंचे अधिकारियों को रेंजर का प्रभार देकर मलाईदार रेंज या नर्सरी सम्हालने के लिए दे दिया जाता है, जबकि यह न ही उस रैंक मे फिट हैं और न हि उनकी योग्यता तय मानको में फिट होती! उमरिया मण्डल के उमरिया रेंज में ऐसा करीब एक दशक से चल रहा है, लोगों की मानें तो यहां वृक्षारोपण से लेकर उनके देखभाल और खाद आदि के मामले तक में जमकर गोलमाल किया जाता है, कहा जाता है कि खाद खरीदी के मामले में 9 से 10 लाख तक के मनमाने बिल लगाकर शासकीय राशि की रेबड़िया बांटी जाती हैं। सीएसआर मद से हैंडपंप खनन में भी लाखों का गड्डमड्ड किए जाने की सूचना मिली है जिसका जबाव देने और निष्पक्ष सोशल ऑडिट या जांच के नाम कर संबंधित रेंजर के ‘कंठ सूख रहे हैं!
सूत्रों की मानें तो इन्ही सब मामलों में कुछ पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने शहडोल संभाग के दौरे पर आए डॉ. कुंवर विजय शाह राज्य वन मंत्री मप्र. शासन, को एक शिकायत पत्र देने वाले हैं!
{कलेक्टर ने फटकार लगाई थी फिर भी आदत न बदली}
ज्ञात हुआ कि उक्त वन निगम मण्डल के उमरिया रेंज का कार्यभार देख रहे रेंजर द्वारा मानपुर से खाद खरीदी में गड़बड़ी के संबंध में उमरिया कलेक्टर से किसी ने शिकायत की थी जिसपर कलेक्टर ने उमरिया रेंज के रेंजर को जम कर डांट-फटकार लगाई थी, यानी सरकारी खाद बेचने की सूचना जिलाधीश तक पहुंच गई इसके बाद भी हरकतें जस की तस हैं!
{निराई-गुड़ाई में इस तरह होता है गोलमाल!}
प्रत्यक्ष दर्शियों से और पूर्व में मजदूर के तौर पर काम कर चुके लोगों से चर्चा के दौरान मालुम हुआ कि वृक्षारोपण के दौरान स्टीमेट से अलग कम गहराई और चौड़ाई के गड्ढे खोदकर वृक्षारोपण उमरिया रेंज के कई ‘रोपण क्षेत्रों’ मे किया गया है। साथ ही निराई-गुड़ाई के नाम से फंड आहरित कर के कागज़ों में काम दिखा दिया जाता है, जुलाई के अंतिम सप्ताह से लेकर अगस्त के दूसरे सप्ताह तक फर्स्ट-सेकेण्ड बिडिंग के कार्य में जमकर मनमानी की जाती है, कुछ बीट अंतर्गत गोल बिडिंग नहीं कराया गया है! खाद को जहां-तहां बेंच कर खाली बोरियां सरकारी खाते पर जमा कर दिया जाता है!
कुछ मजदूरों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि उन्हें तय भुगतान दर से कम दर की मजदूरी का भुगतान किया जाता है, कुछ मजदूरों ने यह भी बताता कि मजदूरों से घर के कुत्तों की देखभाल कराते हैं, और अपनी मंहगी-मंहगी गाड़ियां धूलवाते हैं! यदि यह सही है तो जांच के कई बिन्दु निकल के सामने आते हैं, जो कि विभागीय पड़ताल से ही स्पष्ट हो सकते हैं!
{1000 के जगह 5 से 6 सौ पौधे लगाने का खेल अबतक?}
चर्चा है कि राज्य वन विकास निगम लिमिटेड परियोजना मण्डल उमरिया के उमरिया रेंज में बीते कई वर्षों से इस आशय के गोलमाल चल रहे हैं कि 1000 पौधों के रोपण का स्टीमेट बनाकर बकायदा फंड निकाला जाता है और भौतिक रूप 5 से 6 सौ पौधों का रोपण कर के बंदरबांट कर लिया जाता है, कहने को पौधों की गिनती भी होती होगी लेकिन सरकारी महकमों में एक कहावत है कि ‘जब गड़बड़ी ही करनी है तो किसी भी स्तर तक उतर के किया जा सकता है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

March 2023
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031