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शहडोल का धनपुरी थाना क्षेत्र झेल रहा दरोगाशाही का दंश! (नशेड़ी और चोरों के बीच पुलिसिया सेटिंग की चर्चा?)

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शहडोल/धनपुरी (रवि त्रिपाठी)

जिले मे कोयलांचल का चर्चित थाना क्षेत्र धनपुरी एक बार फिर से कोरेक्स, गांजा, चोरी के कबाड़, रेत चोरी के साथ-साथ अन्य अपराधिक वारदातों का गढ़ बनता जा रहा है, मालुम हो कि बंगवार श्रमिक काॅलोनी में जांच की जाए तो करीब 150 से ज्यादा आवासों में अवैध कब्जा है जो कि न हि काॅलरी में नौकरी करतें और न हि यहां के रहवासी हैं, करीब 50 आवासों को चारों और नशेड़ियों ने अड्डा बना रखा है, रात जब धनपुरी थाना प्रभारी और उनकी पुलिसिया गस्त, लस्त पड़ी होती है तब ये नशेड़ी और चोर बंगवार काॅलोनी और बेम्हौरी में घूम-घूम के चोरी करते हैं और दिन के समय बंगवार काॅलोनी के ही किसी सरकारी आवास में छुपे रहते हैं।

बंगवार काॅलोनी मे चोरी नशाबाजी के साथ-साथ खुलेआम सड़कों में व्यभिचार भी बढ़ता जा रहा है जो काॅलोनी के माहौल को गंदा कर रहा है। एकाध बार कोरेक्स, दारू विक्री आदि के मामले में पूर्व में कभी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके नवयुवक आपस में कहते फिर रहे हैं इस बार फिर से थाने मे अपना आदमी आ गया है, बस रुपिया समय से धनपुरी नरगड़ा के पास पहुंचा के अपना काम करते रहो! वहीं एक समझौते की भी चर्चा है कि किसी चोरी के बाद ज्यादा हो-हल्ला हुआ तो चुपचाप चोरी हुए मोटरसाइकिल आदि सामान की लावारिस जप्ती करा के मालिक के पास पहुंचा के मामला शांत करा देंगे, बगैर एफआईआर दर्ज करे, शायद इसीलिए धनपुरी थाने में चोरी की शिकायतों पर एफआईआर दर्ज करना तो दूर साधारण सी पावती भी नहीं दी जाती?

{मॉर्निंग वॉक के बहाने हो रहा ये सब…}

संभ्रांत श्रमिक परिवारों की मानें तो काॅलोनी में कुछेक अनाधिकृत और कुछ अधिकृत काॅलोनी वासी सुबह करीब 4 बजे से माॅर्निंग वाॅक के बहाने और शाम 4 बजे के बाद ईवनिंग वाॅक के बहाने काॅलोनी के अंदर बनी सड़कों पर श्रमिकों के कमरे के अंदर ताक-झांक करते रहते हैं। और अक्सर काॅलोनी की एकांत जगहों पर जहां आवास नहीं बने हैं लेकिन मुख्य सड़क होने के कारण लोगों का आना-जाना लगा रहता है जैसे बंगवार काॅलोनी में क्लव, पानी टंकी, और सरस्वती स्कूल के आसपास के इलाके में एकांत पा कर ऐसे लोग अपने व्यभिचार को अंजाम देते हैं, जो कई बार लोगों द्वारा पकड़े जाने पर हड़काए भी गए हैं लेकिन इनके कारनामों में कोई कमी नही देखी जा रही।

{दर्जन भर चोरियों के चोर यहीं मिल जाएंगे}

मालूम हो कि बंगवार, बेम्हौरी क्षेत्र में पूर्व धनपुरी थाना प्रभारी ने कुछ मामलों में संदिग्धों की धरपकड़ की तो बेम्हौरी अस्पताल में चोरी सहित दर्जनों मामले के मुख्य आरोपी सामने आएं और चुराए गए बहुत से सामान की जप्ती भी हुई।

यदि धनपुरी पुलिस, कालरी प्रबंधन से बंगवार कालोनी का क्वार्टर एलाटमेंट लिस्ट लेकर बंगवार काॅलोनी के आवासों में अवैध ढंग से रह रहे लगभग सभी संदिग्ध लोगों को अपने राडार मे लेकर चोरियों की जांच करे तो क्षेत्र में हो रही चोरियों का चोर भी इन्ही किसी क्वार्टर में मिल जाएगा, बंगवार काॅलोनी में गुडरूघाटा तालाब के पास एक श्रमिक आवास मे कुछ संदिग्धों के पास बाहर की मोटरसाइकिल होने की चर्चा लोगों मे है।

ऐसे संदिग्ध लोग घूम-घूमकर काॅलोनी की रेकी करते हैं चोरी की नीयत से और मौका मिलते ही हाथ भी साफ कर देते हैं, और कुछ नियतखोर टाइप के लड़के या अधेड़ इधर-उधर लोगों के घरों में ताक-झांक भी करते रहते हैं।

{बंगवार काॅलरी प्रबंधन ने बांधी गंधार पट्टी}

बंगवार श्रमिक काॅलोनी में सैकड़ों अवैध कब्जाधारी होने के बाद भी प्रबंधन की तरफ से कार्रवाई शून्य है। न कभी पुलिस से शिकायत की जाती न ही प्रशासन को सूचना भेजी जाती, यानी यहां अन्य राज्यों से आए संगीन अपराधिक तत्व शरण लिए रहते हैं, जिनकी धरपकड़ करने के लिए प्रबंधन, प्रशासन और पुलिस के भी अंखपट्टी बंधी हुई है शायद? बताया गया कि बंगवार उपक्षेत्रीय प्रबंधक विनय सिन्हा और कार्मिक प्रबंधक अशोक कुमार वर्मा से कानूनी माध्यम से क्वाटर एलाॅटमेंट लिस्ट भी मांगी गई है, जिसपर उक्त दोनों अधिकारी लिस्ट देने में जानबूझकर लेट लतीफी कर रहे हैं, अधिकारिक सूत्रों की मानें तो यह देरी इसलिए की जा रही है कि, बंगवार कालोनी के सरकारी आवासों को चोरी छिपे कथित तौर पर किराए पर चढ़ाए कुछ कथित दलालों की रजामंदी से ऊपरी तौर पर सब ठीक करने तक जानकारी अटकाए रहेंगे ता कि इनके कथित सिंडीकेट का खुलासा न हो?

वहीं श्रमिक काॅलोनियों के संभ्रांत लोगों की भी मांग है कि प्रबंधन लाखों करोड़ों रुपए डीसेंट हाउसिंग के नाम पर खर्च कर के इन काॅलोनियों को यूं धर्मशाला की तरह न छोड़ दे निगरानी बनाए रखें वरना कुछ दिनों में यहां श्रमिक कम और चोर-उचक्के ज़्यादा रहा करेंगे।

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