मापदंडों को ताक में रखकर चल रही केमिकल फैक्ट्री,प्रदूषण एवम पर्यवारण विभाग मौन, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

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शहडोल, सादिक खान । जिले के बुढ़ार थाना अंतर्गत रूंगटा रोड में सड़क किनारे आनन्द क्लोराइड के नाम से नियमो को ताक में रखकर केमिकल फैक्ट्री का संचालन वर्षो से किया जा रहा है। पर्यवारण अधियनियमो को दरकिनार कर वर्षो से यह केमिकल फैक्ट्री शहर के बीचों बीच संचालित है लेकिन जिम्मेदार इस ओर से आंख बंद किए हुए हैं । जबकि नियमानुसार ऐसी केमिकल फैक्ट्रियां शहर से दूर इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित होनी चाहिए । जहां कर्मचारियों की सुरक्षा से लेकर पर्यवारण का ख्याल रखा जाना चाहिए । लेकिन इन सबसे परे हटकर बुढ़ार में संचालित उक्त केमिकल फैक्ट्री में नियम कायदों की धज्जिया उड़ाई जा रही है। जानकारों के अनुसार यह कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी का श्रम विभाग में पंजीयन के साथ साथ बीमा होना चाहिए। कार्य के दौरान कर्मचारी पीपीई किट पहने हुए हो । फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी व अन्य वेस्टेज के नष्टीकरण के लिए ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए की इसका विपरीत प्रभाव पर्यवारण अथवा आसपास के जल स्रोत में न पड़े । मानव जीवन पर भी केमिकल फैक्ट्रियों का बहुत ही घातक प्रभाव पड़ता है। अबतक देश मे कई बार केमिकल फैक्ट्रियों में हादसे हो चुके है ,जिसमे सैकड़ो लोग अपनी जान गंवा चुके है । लेकिन इन सभी घटनाओं को नजर अंदाज कर दिया जाता हैं । बुढ़ार शहर के बीचों बीच संचालित आनन्द क्लोराइड नाम से यह फैक्ट्री भी किसी हादसे को कही जन्म न डर दे । इससे पहले संबंधित विभाग व प्रशासन को इस ओर आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए। साथ ही मानव जीवन व पर्यावरण के लिए घातक ऐसी फैक्ट्रियों को शहर से बाहर एरिया में स्थानांतरित किया जाना चाहिए ।
कोयले का भी चल रहा काला खेल
वही दूसरी ओर उक्त केमिकल फैक्ट्री में चोरी का कोयला खपाने की भी जानकारी मिली है । उक्त चोरी को छुपाने के लिए फैक्ट्री के संचालक द्वारा एक दो ट्रक डीओ का कोयला ले।लिया जाता है। ताकि समय पड़ने पर वह यह साबित कर सके कि उक्त कोयला जो उसकी फैक्ट्री में केमिकल बनाने की भट्टी में उपयोग किया जा रहा है वह चोरी का नही बल्कि कालरी से खरीदा गया है । हालांकि फैक्ट्री में कोयले की खपत व कालरी से डीईओ के माध्यम से लिए गए कोयले की मात्रा व स्टॉक का मिलान किया जाए तो इस पर से सारा पर्दा उठ सकता है । बहरहाल प्रशासन व संबंधित प्रयावरण तथा खनिज विभाग कब तक इन ओर से आंख बंद किए रहता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा ।लेकिन जनहित पर्यावरण हित मे उक्त केमिकल फैक्ट्री को शहर से अन्यत्र स्थानांतरित करवाते हुए नियमनुसार इसका संचालन कराया जाना चाहिए

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