SECL सोहागपुर क्षेत्र काॅलरी प्रबंधन ने मुआवजे की प्रक्रिया पूरी करने 60 दिन का समय मांगा (खैरहा खदान भूअधिग्रहण का मामला)

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शहडोल/धनपुरी (रवि त्रिपाठी)
एसईसीएल सोहागपुर एरिया अंतर्गत खैरहा भूमिगत खदान में किसानों द्वारा प्रस्तावित आंदोलन को आगामी 2 माह के लिए स्थगित कर दिया गया है। काॅलरी प्रबंधन द्वारा किसानों को लिखित आश्वासन दिया गया है कि आगामी 2 माह के भीतर मुआवजा देने की प्रक्रिया को पूर्ण कर उन्हें अवगत कराने की प्रक्रिया की जाएगी। मालुम हो कि सोहागपुर जनपद सदस्य शिल्पी सौरभ पांडेय के नेतृत्व में दर्जनों किसान 1 जुलाई 2022 से काॅलरी प्रबंधन के साथ मिलकर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में प्रयासरत थें। खन्नाथ के किसान प्रतिदिन काॅलरी प्रबंधन के साथ मिलकर फाइल की स्थिति से अवगत हो रहे थें। किसनों ने जुलाई में काॅलरी प्रबंधन को एक पत्र सौंपकर यह चेतावनी दे दी थी कि यदि 31 अगस्त तक उन्हें ठोस जवाब नहीं दिया जाता है तो 01 सितंबर से ग्रामीण खैरहा खदान के गेट में विशाल धरना प्रदर्षन करेंगे। इसको लेकर 28 अगस्त को खैरहा भूमिगत में जनप्रतिधि, काॅलरी प्रबंधन और काष्तकारों की संयुक्त बैठक हुई जिसके बाद काॅलरी प्रबंधन ने लिखित आश्वासन देकर किसानों के द्वारा किए जाने वाले आंदोलन को स्थगित कराया।
{प्रक्रियाओं के बीच 2017 से पिस रहें किसान}
जनपद सदस्य शिल्पी सौरभ पांडेय ने बताया कि काॅलरी प्रबंधन द्वारा 2017 में खन्नाथ और खैरहा के किसानों भी भूमि का अधिग्रहण कर लिया था। पिछले 5 साल से किसान अपनी ही भूमि का कोई उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। खन्नाथ और खैरहा के किसान उक्त भूमि पर न तो किसी शासकीय योजना का लाभ ले पा रहे और न ही खेती कर पा रहें। काॅलरी प्रबंधन की लापरवाही और लेट लतीफ का खामियाजा सिर्फ काष्तकार भुगत रहे हैं।
वहीं एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र के कुछ वरिष्ठ अधिकारी कार्यालयीन मीटिंग्स में यह कहते हुए नहीं थकतें कि “मैंने इस वित्तीय वर्ष में प्रबंधन के 100 करोड़ बचाए हैं। जिसपर क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कोयलांचल की ध्वस्त हो चुकी सड़कों को ठीक न कराया जाएगा, भूअधिग्रहण के बाद किसानों को मुआवजा न दिया जाएगा तो 100 की 200 करोड़ भी बचाए जा सकते हैं।
{आगामी 60 दिन के भीतर प्रक्रिया करनी होगी पूर्ण}
काॅलरी प्रबंधन द्वारा खन्नाथ और खैरहा के जिन काष्तकारों को लिखित आष्वासन दिया गया है उनकी प्रक्रिया 60 दिवस के भीतर पूर्ण करनी होगी। जनपद सदस्य षिल्पी सौरभ पांडेय ने बताया कि यदि इसके बाद भी काॅलरी मुआवजा देने में आनाकानी करेगी तो 1 नवंबर से किसान उग्र आंदोलन करेंगे। जिसकी पूरी जवाबदारी काॅलरी प्रबंधन की होगी।
{इनका कहना है}
“कालरी प्रबंधन द्वारा हम किसानों को लिखित आष्वासन दिया गया है, जिसके बाद 31 अक्टूबर तक आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है। यदि अक्टूबर माह तक मुआवजा देने की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया जाता है तो नवंबर में खैरहा गेट के सामने विशाल आंदोलन होगा।
शिल्पी सौरभ पांडेय
(जनपद सदस्य, सोहागपुर)
“हमने किसानों से 2 माह का समय मांगा है। 31 अक्टूबर तक मुआवजा वितरण करने की जो भी स्थिति होगी उससे हम किसानों को स्पष्ट रुप से अवगत कराएंगे। प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद काॅलरी प्रबंधन जल्द से जल्द प्रभावित पात्र किसानों को मुआवजा वितरित करेगी।
मुकेश कुमार शर्मा
(उपक्षेत्रीय प्रबंधक, राजेंद्रा-खैरहा खदान)

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