शहडोल। सादिक खान
शहडोल । शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक अधिकारियो के लिए आधिकारिक प्रक्रियाओं और नैतिकता पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन स्थानीय बिरसा मुंडा चिकित्सा महाविद्द्यालय में किया गया, उक्त प्रशिक्षण में एकेडमिक चिकित्सको को विशेषज्ञों द्वारा मैनेजमेंट के गुण सिखाए गए। विशेषज्ञों द्वारा मेडिकल कालेज के प्रबंधकीय कार्यों में आने वाली दिक्कतों के समाधान एवं सुचारू प्रबंधकीय कार्यों के गुण चिकित्सकों को सिखाए गए है ,ताकि प्रबंधकीय कार्य के दौरान भविष्य में आने वाली परेशानियों को दूर किया जा सके । प्रशिक्षण देने के लिए डी. सी. सिंघी (पूर्व अपर कलेक्टर, भोपाल), प्रमोद शर्मा (पूर्व निदेशक वित्त, म.प्र. सरकार), मनोज श्रीवास्तव (कॉर्पोरेट प्रशिक्षक) यहाँ आए थे ।
इन प्रशिक्षकों द्वारा सामान्य प्रबंधकीय कार्यों के अलावा मुख्य रूप से कार्यालय प्रक्रिया, आचार संहिता, वर्गीकरण नियंत्रण अधिनियम, म.प्र. सरकार, विधानसभा प्रश्न, सी.एम. हेल्पलाइन, आरटीआई, न्यायालय प्रक्रिया, डीडीओ कर्तव्य और जिम्मेदारियां, बजट, सरकार लेखांकन, स्टोर खरीद नियम, GEM पोर्टल, मूल बातें ऑडिटिंग, तनाव प्रबंधन, नैतिकता और टीम वर्किंग जैसे विषयों के बारे में प्रशिक्षित किया गया ।
विदित हो कि उक्त प्रशिक्षण उद्द्यमिता विकास केंद म.प्र देश (शेडमैप ) के तहत ऐसे प्रशिक्षण समय समय पर आयोजित किए जातें हैं । जिसका मूल उद्देश्य संबंधितों को उनके कार्यों के प्रति दक्ष करना होना है । मेडिकल कालेज में चले उक्त पांच दिवसीय प्रशिक्षण का 21 मार्च को समापन हुआ । समय समय शेडमैप के तहत ऐसे प्रशिक्षणों का आयोजन अलग अलग संस्थाओं में किया जाता है । इसी कड़ी में वर्तमान समय जिले में स्थित मेडिकल कालेज में एकेडमिक कार्य में लगे ऐसे चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है ,जिनके पास अद्ध्यापकीय कार्य के अलावा अलग अलग शाखाओं के प्रबंधकीय कार्यों की भी जिम्मेदारी है । यहाँ 17 मार्च से शुरू हुआ प्रशिक्षण आज 21 मार्च को समाप्त हुआ ।
इन्होंने लिया प्रशिक्षण
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर गिरीश बी रामटेक, अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर नागेंद्र सिंह, अस्पताल उप अधीक्षक डॉक्टर विक्रांत कबीरपंथी, सहित 25 लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया
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