शहडोल। सादिक खान
शहडोल । जिले में सड़क सुरक्षा माह अभियान चलाया जा रहा है ,आमजन को विभिन्न तरीको से यातायात नियमो का पाठ पढ़ाया जा रहा है । इतना ही नहीं पुलिस कप्तान ने तो यातायात नियमो का उल्लंघन करते पाए जाने वाले लोगो का मोबाइल नम्बर लेकर उन्हें पुलिस के वाटसप ग्रुप में जोडकर उन्हें यातायात नियमो के प्रति जागरूग करने नवाचार शुरू किया गया है । लेकिन इन नियमो का पालन कराने वाले ही यातायात एवं मोटर व्हीकल एक्ट के नियमो की धज्जियां उडाते नजर आ रहें है ।
इसका एक मामला जिले के अमलाई थाना क्षेत्र में देखने को मिल रहा है ,जहां थाना प्रभारी जीपी शर्मा के उपयोग के लिए थाने में एक वाहन उपलब्ध है ,जिसमे बकायदा आगे थाना प्रभारी अमलाई के नाम की पट्टिका लगी हुई है । इसके बावजूद एक दूसरी बिना नम्बर की स्कार्पियों में थाना प्रभारी अमलाई की नाम प्लेट लगाकर उसका उपयोग किया जा रहा है । उक्त स्कार्पियो वाहन में आगे व पीछे कहीं भी नम्बर प्लेट नहीं लगी हुई है । थाना प्रभारी ने अपने पद व रुतबे का ख्याल करते हुए निजी वाहन में नियम थाना प्रभारी के नाम की पट्टिका इसमें लगाई हुई है , वहीँ वाहन में आगे पीछे कहीं भी नम्बर प्लेट नहीं लगा हुआ है । या फिर यूँ कहा जाए कि शायद थाना के मुखिया ही पुलिस महकमे एवं मोटर व्हीकल एक्ट के नियमो से अब तक अनजान हैं ।
इसके अलावा एक अन्य निजी सफ़ेद कार जिसमे पुलिस का लोगो व आगे पुलिस लिखी पट्टिका लगी हुई है ,वह उनके बंगले में बाहर खाड़ी शोभा बढ़ाते देखी जा सकती है । अब सवाल यह उठ रहा है कि जब नियमो का पालन कराने की जिम्मेदारी जिसके ऊपर है ,जब वह ही नियमो की धज्जियां उड़ाएंगे तो फिर आमजन को वह किस तरह यातायात व मोटर व्हीकल एक्ट का पालन करने के लिए कहेंगे । बहरहाल अब जब बदन में खाकी वर्दी हो और उस पर एक दो नहीं बल्कि तीन- तीन सितारे जड़े हो तो फिर उन साहब से नियम कायदों के बारे में पूछने की हिमाकत कौन कर सकता है ।
उप पुलिस अधीक्षक यातायात मुकेश दीक्षित ने कहा कि अगर वाहन में नंबर प्लेट नहीं है तो वह मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है , वाहन सड़क पर मिलता है तो कार्यवाही की जाएगी, चाहे वाहन किसी का भी हो।
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