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लुकामपुर रेत खदान बंद कराने की साजिश पर ग्रामीणों का हल्ला बोल,,रोजगार और विकास के लिए गांववासियों का प्रदर्शन

 


शहडोल। बुढ़ार विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम लुकामपुर की रेत खदान को बंद कराने की साजिश कुछ तथाकथित नेताओं द्वारा की जा रही है। इन नेताओं के स्वार्थी प्रयासों की भनक अब क्षेत्रीय ग्रामीणों को लग चुकी है और उन्होंने इस साजिश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को ग्राम कोल्हुआ के झण्डहा घाट में तीन ग्राम पंचायतों के सरपंचों के नेतृत्व में सैकड़ों बेरोजगार युवाओं और ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। सभी ने नारेबाजी करते हुए कहा कि रेत ठेका कंपनी सहकार ग्लोबल द्वारा उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके अलावा घर बनाने, सड़क निर्माण और अन्य विकास कार्यों के लिए निःशुल्क रेत दी जा रही है। ऐसे में वे किसी भी सूरत में लुकामपुर रेत खदान की ठेकेदारी को बंद नहीं होने देंगे।

दो सैकड़ा लोगों को रोजगार

ग्राम कोल्हुआ, जैतपुर, चंद्रपुर, भोगड़ा और लुकामपुर सहित आस-पास के गांवों के लगभग दो सैकड़ा बेरोजगार युवाओं को सहकार ग्लोबल कंपनी ने रोजगार दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि रेत खदान से उन्हें घर बनाने के लिए निःशुल्क रेत मिलती है और इसके अलावा कंपनी क्षेत्रीय विकास के लिए भी रेत उपलब्ध कराती है, जिससे पक्की सड़कों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है। बावजूद इसके कुछ स्वार्थी नेताओं की मंशा इस क्षेत्र का विकास रोकने की है ताकि वे अवैध रूप से रेत का उत्खनन और परिवहन कर सकें और गांववालों को मनमाने दामों पर रेत बेच सकें।

नेताओं की स्वार्थ राजनीति : शिवप्रसाद

ग्राम पंचायत चंद्रपुर के सरपंच शिव प्रसाद पावले ने पत्रकारों से कहा कि, "इस क्षेत्र के असली नेता हम हैं। जो लोग रेत ठेका कंपनी के खिलाफ साजिश रच रहे हैं, वे स्वार्थी हैं, जिन्होंने सिर्फ अपनी जेब भरने की सोच रखी है। हम इनकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक भेजेंगे।"

बेरोजगारी दूर, विकास में तेजी : नागेश्वरी 

ग्राम पंचायत भोगड़ा की सरपंच नागेश्वरी सिंह ने कहा कि लुकामपुर की रेत खदान से क्षेत्र में बेरोजगारी दूर हो गई है। दो सैकड़ा से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल चुका है और अब उन्हें काम के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। साथ ही, गांववासियों को घर बनाने के लिए निःशुल्क रेत मिल रही है, जिससे उनका जीवन आसान हुआ है। बावजूद इसके, कुछ अवसरवादी नेता अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए ग्रामीणों को भड़काने का काम कर रहे हैं, ताकि वे रेत ठेका को बंद करा सकें और अवैध तरीके से रेत की बिक्री कर सकें।

स्वार्थियों की नहीं चलने देंगे : धन्नू

ग्राम पंचायत कोल्हुआ के सरपंच धन्नू कोल ने भी इस विरोध में समर्थन करते हुए कहा, "जो लोग लुकामपुर की खदान को बंद करना चाहते हैं, वे क्षेत्रीय विकास के दुश्मन हैं। उनका मकसद सिर्फ अपनी जेब भरना है। हम उनकी शिकायत शहडोल से लेकर भोपाल और दिल्ली तक करेंगे, ताकि वे अपने कुत्सित प्रयासों में सफल न हो सकें।"

इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से पिन्टू सिंह, बीरू बरगाही, राहुल पनिका, लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, मुन्नालाल बैगा, लवकुश प्रजापति, राहुल यादव, गणेश द्विवेदी, संतोष प्रजापति, विकास सिंह रामजी, दस्सू बैगा, केदार पनिका, विजय सिंह गोड, कमल प्रजापति, योगेन्द्र पनिका, महाबली साडू के अलावा सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।

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