शहडोल। जिले के ग्राम कुदरी के निवासी समय लाल बैगा ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए रामकृपाल सिंह और नरेन्द्र शुक्ला के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। समय लाल बैगा का आरोप है कि इन दोनों व्यक्तियों ने उनकी पैत्रिक भूमि को फर्जी विक्रय पत्र और नामांतरण के माध्यम से हड़पने का प्रयास किया है।
समय लाल बैगा के अनुसार, ग्राम कुदरी स्थित उनकी पैत्रिक भूमि, खसरा नं० 18, रकवा 3.85 हेक्टेयर (1.559 हेक्टेयर), वर्ष 1994-95 तक उनके पिता दुर्गा बैगा के नाम पर दर्ज थी। लेकिन नरेन्द्र शुक्ला ने धोखाधड़ी से किसी अन्य व्यक्ति को उनके स्थान पर खड़ा करके फर्जी विक्रय पत्र दिनांक 9/9/1992 को तैयार किया। इस विक्रय पत्र में, समय लाल बैगा को विक्रेता दिखाकर उनकी उम्र 19 वर्ष बताई गई और भूमि को श्रीराम आत्मज गोल्दारी गोड के नाम पर मात्र 16 हजार रूपए में बेच दिया गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस फर्जी विक्रय पत्र का नामांतरण वर्ष 2023-24 में किया गया, जिसके आधार पर राजस्व अभिलेख में भूमि का नामांतरण कर दिया गया। पीड़ित समय लाल बैगा का कहना है कि उन्होंने अपनी पैत्रिक भूमि का कोई विक्रय नहीं किया है और यह पूरा मामला फर्जीवाड़े का है।
समय लाल बैगा ने कलेक्टर से निवेदन किया है कि इस फर्जी विक्रय और नामांतरण के मामले में रामकृपाल सिंह और नरेन्द्र शुक्ला के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाए और उनके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया जाए।
यह मामला शहडोल जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोग इस धोखाधड़ी के खुलासे से हैरान हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और पीड़ित को कब न्याय मिलता है।
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