Ticker

6/recent/ticker-posts

जीवन ज्योति अस्पताल सील, यहां खुला बंगाली डॉक्टर का ऑपरेशन थिएटर, सीएमएचओ ने कहा होगी एफआईआर

 


शहडोल। सादिक खान 


शहडोल। कमिश्नर एवं कलेक्टर के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जगा और अवैध क्लीनिको, अस्पतालों एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्यवाही कर रहा है। अमलाई में स्थित जीवन ज्योति अस्पताल जो बिना लाइसेंस के ही संचालित हो रहा था उसे सील किया गया है।जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लगातार झोलाछाप के साथ-साथ अवैध अस्पतालों पर भी कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। जीवन ज्योति अस्पताल जो की अमलाई में स्थित है, लाइसेंस निरस्त होने के बावजूद भी संचालित हो रहा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो को इसकी जानकारी जब लगी जब स्थानीय लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मामले की शिकायत की,जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और अस्पताल में छापा मार कार्यवाही कर लाइसेंस की मांग की गई, जिसका लाइसेंस निरस्त था और अस्पताल संचालित हो रहा था जहां मरीज भी भर्ती थे जिसके बाद सीएमएचओ की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया है। इस कार्यवाही को डी एच ओ डॉक्टर राजेश मिश्रा ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बुढार के साथ की है।

यहां चल रहा अवैध अस्पताल के साथ ऑपरेशन थिएटर 

झोलाछाप बंगाली डॉक्टर ने तो मेडिकल की आड़ में अस्पताल के साथ-साथ ऑपरेशन थिएटर तक संचालित कर रखा है। झींक बिजुरी के ग्रामीणों ने मामले की शिकायत ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के साथ-साथ सीएमएचओ को भी की है लेकिन अभी भी स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही से यह झोलाछाप डॉक्टर अछूता है।झींक बिजुरी में पुलिस चौकी के समीप बंगाली डॉक्टर का अस्पताल संचालित है। यहां बिना किसी वैध लाइसेंस के ऑपरेशन थिएटर चलाया जा रहा है। कई बार इस अस्पताल की अवैध गतिविधियों की खबरें सामने आई हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया है।

सोहागपुर गढ़ी

सोहागपुर गढ़ी में झोला छाप डॉक्टरों की दुकानें चल रही हैं, जहां बिना किसी योग्यतापत्र के चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। यह न केवल मरीजों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि कानून का भी उल्लंघन है।

छतवाई उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने

छतवाई उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने भी झोला छाप डॉक्टर अपनी दुकानें चला रहे हैं। इन डॉक्टरों के पास न तो आवश्यक प्रशिक्षण है और न ही उचित लाइसेंस, फिर भी वे मरीजों का उपचार कर रहे हैं।

गोहापरू बस स्टैंड के समीप

गोहापरू बस स्टैंड के समीप एक बंगाली डॉक्टर का अस्पताल संचालित हो रहा है। यह डॉक्टर बिना उचित योग्यता और लाइसेंस के अस्पताल भी चला रहा है, जो गंभीर चिंता का विषय है। पूर्व में कई बार इस अस्पताल की अवैध गतिविधियों की खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ऐके लाल ने कहा कि लगातार कार्यवाही की जा रही है, हमारे पास कार्यवाही करने वाले अधिकारियों की संख्या सीमित है।एक दिन में दो ही स्थान में कार्रवाई कर पा रहे हैं, ऑपरेशन थिएटर चलने वाले बंगाली झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी टीम आज वहां पहुंचेगी।

Post a Comment

0 Comments