शहडोल। सादिक खान
शहडोल। जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशुओं की सामान्य एवं आवश्यकता होने पर आकस्मिक देखभाल हेतु शासकीय बिरसा मुण्डा चिकित्सा महाविद्द्यालय मे कौशल आधारित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार रावत (पूर्व विभागअध्यक्ष मेडिकल कॉलेज सागर, डॉ.उमेश नामदेव सीनियर शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. निशांत प्रभाकर विभागअध्यक्ष मेडिकलकॉलेज, शहडोल डॉ.हरि नारायण तिवारी शिशु रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज, शहडोल द्वारा जिले के विभिन्न प्रसव केंद्रों एवं नवजात शिशुओं के उपचार हेतु उपलब्ध विभिन्न इकाइयों एन.आई.सी.यू., एसएन.सीयू. एवं एन बी.एस.यू मे कार्यरत चिकिसकों एवं नर्सिगऑफिसर को शिशु चिकित्सा की बारिकियो से अवगत कराते हुए प्रशिक्षित किया गया। इससे पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रोफेसर डॉ. गिरीश बी. रामटेके डीन बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज ने कहा कि यह प्रशिक्षण नवजात चिकित्सा के लिए वरदान साबित होगा। इस प्रशिक्षण के जरिए हम यह कोशिश कर रहें है कि नवजातो के उपचार इकाई से जुड़े चिकित्सीय अमले को हम इतना ट्रेंड कर दें, जिससे वह नवजातो के अंदर होने वाली बीमारी का जन्म के समय ही पता लगाकर उसका उजचार शुरू कर दें। ताकि प्रारंभिक अवस्था मे ही बच्चे का समुचित उजचार हो जाए। निश्चित ही मेडिकल कॉलेज मे इस तरह के प्रशिक्षण नवजातो के लिए वरदान जैसा साबित होगा। मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद से अब संभाग वासियों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाए मिलने लगी है। कार्यक्रम के समय डॉ. ए. के. लाल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ साबिर खान अस्पताल प्ररबंधक एवं इंडिया हेल्थ एवं एक्शन ट्रस्ट की राज्य एवं जिला स्तरीय एवं यूनिवर्सिटी ऑफ मेनिटोबा टीम मौजूद रहीं।
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