Ticker

6/recent/ticker-posts

दो ट्रकों की सीधी भिड़ंत, एक मृत, लगा लंबा जाम,,एन एच 43 में राजाबाग चौक में भीषण दुर्घटना,,निर्माण एजेंसी और ठेका कंपनी की लापरवाही से आए दिन जा रहीं जानें

 


शहडोल। सादिक खान 

शहडोल। नेशनल हाईवे 43 में राजा बाग चौक पर दो ट्रैकों की सीधी भिड़ंत में ट्रक के खलासी की मौत हो गई,जबकि वाहनों को भारी क्षति पहुंची है। इस घटना के बाद रीवा रोड, कटनी रोड, बुढ़ार रोड और शहडोल रोड चारों मार्गों पर जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिली। मौके पर मौजूद लोगों ने एनएच पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के लिए सड़क निर्माण एजेंसी एवं ठेका कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कटनी की ओर से तेज गति से आ रहा ट्रक क्रमांक एमएच 12 एनएक्स 0448 ओवर ब्रिज के नीचे से निकाल कर रीवा की ओर जाने वाले ट्रक क्रमांक एमपी15 एचए 5085 के अगले हिस्से को जोरदार टक्कर मारते हुए आगे निकलने लगा जिसमें दूसरा ट्रक फंस गया और इन दोनों ट्रैकों की टक्कर व आपस में बाॅडी फंस जाने के कारण रीवा की ओर जा रहे ट्रक का खलासी प्रदीप सिंह उम्र 25 निवाशी सागर बीच में फस गया, जिसे बड़ी मुश्किल से आधे घंटे बाद बाहर निकाला जा सका। जेसीबी के माध्यम से निकाले जाने के बाद उसकी हालत अत्यंत गंभीर पाई गई, जिसे तत्काल उपचार हेतु जिला अस्पताल शहडोल लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि रास्ते में ही खलासी की मौत हो गई।



क्यों हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस हादसे का मुख्य कारण निर्माण एजेंसी एमपी आरडीसी और निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार कंपनी की लापरवाही को माना जा रहा है। संबंधित विभाग और ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य जारी होने के बावजूद मौके पर न तो निर्माण कार्य प्रगति पर होने के संबंध में सूचना बोर्ड लगाया गया है और न ही किसी मार्ग पर, विशेष कर नेशनल हाईवे में स्पीड ब्रेकर या स्टॉपर की व्यवस्था की गई है। जिसके कारण वाहन चालक नेशनल हाईवे होने का लाभ उठाते हुए तीव्र गति से आवागमन करते हैं। रोजाना आवागमन करने वाले वाहन चालक तो स्थितियों से वाकिफ हैं ,और स्थल के हिसाब से वाहन चालन भी करते हैं। लेकिन पहली बार इस मार्ग से निकलने वाले नए वाहन चालकों को निर्माण कार्य अथवा चौराहे की जानकारी नहीं हो पाती जिसके कारण वह गति कम किए बिना क्रॉसिंग पार करते हैं और यही वजह आज के हादसे का कारण बनी है।

हाईवे का दूसरा ब्लैक स्पॉट

स्थानीय राजा बाग चौक नेशनल हाईवे पर शहर का दूसरा ब्लैक स्पॉट बनकर रह गया है, जहां आए दिन सड़क हादसे और इन हादसों में वाहन चालकों अथवा यात्रियों की मौतें होती है। इसके पूर्व भी ओवर ब्रिज के अगल-बगल वाहन चालकों को भौतिक स्थिति की जानकारी न होने के कारण दुर्घटनाएं घट चुकी हैं ।आज भी वास्तविक भौगोलिक स्थिति की जानकारी नहीं होने के कारण दो ट्रकों की आपस में टक्कर हो गई जिसमें एक व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल चौक भी एक बड़ा ब्लैक स्पॉट बन कर सामने आया है, जहां दो डॉक्टरों को सड़क हादसे में अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इसके अलावा भी कई बार छिटपुट दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन, एमपीआरडीसी अथवा निर्माण कर्ता ठेका कंपनी द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई जिससे इन हादसों में कमी लाई जा सके।

चौतरफा जाम

राजा बाग चौक में दोपहर बाद हुई इस हृदय विधायक दुर्घटना के बाद तकरीबन 1 घंटे तक चारों मार्गो रीवा, कटनी, बुढार और शहडोल में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जाम लग रहा जिसे हटाने या वाहनों कोणसुरक्षित पासिंग दिलाने के लिए ना तो मौके पर यातयात पुलिस बल मौजूद था और नहीं थाने की पुलिस उतनी सख्या थी।स्थानीय नागरिकों एवं उत्साही युवाओं द्वारा अथक प्रयास कर इन वाहनों को एक-एक कर गंतव्य की ओर रवाना करते हुए जाम खुलवाया गया जिसकी मौके पर मौजूद नागरिक और वाहन चालक मुक्त कंठ से सराहना करते नजर आए।



छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का दौरा कार्यक्रम होने के चलते समूचा पुलिस बल सीएम की सुरक्षा व्यवस्था में लगा हुआ था जिसके कारण थाने में मात्र तीन कर्मचारी ही मौजूद थे। अधिकारियों के निर्देश और नियमों के अनुसार वह थाना छोड़कर कहीं जाने की स्थिति में नहीं थे इसलिए चाह कर भी वह तत्काल घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए। हालांकि पुलिस बल के तत्काल न पहुंच पाने पर लोगों के बीच यह सवाल लोगों के बीच यह सवाल बार-बार उठ रहा था कि पुलिस बल इतना निर्बल कैसे हो गया लेकिन कुछ देर बाद ही पुलिस बल की मौजूदगी ने लोगों के मुंह पर ताला लगा दिया। हालात को लोगों ने समझा और अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभाते हुए हालात को सामान्य बनाने में सहयोग प्रदानसामान्य बनाने में सहयोग प्रदान किया।

Post a Comment

0 Comments