शहडोल। सादिक खान
शहडोल। पिछले कई महीनो से अनूपपुर व शहडोल में जंगली हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ लोगों की जान तक ले डाली । अनूपपुर के जैतहरी में कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति की मौत के बाद गोली कांड जैसी बड़ी घटना घटी, जिसके बाद वन विभाग के आला अधिकारी नींद से जाग कर बिगड़ैल हाथियों के रेस्क्यु के लिए काम शुरु कर दिया है। बीते दिनों जैतहरी में बिगड़ैल हाथी का रेस्क्यु किया गया था। अब गुरुवार की दोपहर शहडोल जिले के वन परिक्षेत्र जयसिंहनगर में छह हाथियों के साथ आधा सैकड़ा रेस्क्यू टीम जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र के आमनार गांव पहुंची जहां बिगडै़ल हाथी का रेस्क्यु करना शुरू किया है ।शुक्रवार को सुबह ही बिगड़ैल हाथी का पता लगाकर बांधवगढ़ नेशनल पार्क से पांच एवं कान्हा नेशनल पार्क से आए हुए एक हाथी ने जंगली हाथी को शुक्रवार की सुबह चारों तरफ से घेर लिया और उसका रेस्क्यू करने का वन विभाग प्रयास कर रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह बिगड़ैल हाथी जो शहडोल जिले के केशवाही रेंज से घुसकर बरगवा गांव में एक व्यक्ति को मौत के घाट 8 फ़रवरी को उतार दिया था, जिसके बाद यह हाथी रसमोहानी होते हुए जयसिंहनगर व बाद में बांधवगढ़ से मानपुर पहुंच गया था। मानपुर में एक व्यक्ति को उसने मौत के घाट उतार दिया, जिसके बाद यह बिगडै़ल हाथी वहां से खदेड़ा गया बाद में वापस जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र पहुंचा था। जिसे रेस्क्यू किया जा रहा है। छह हाथियों के साथ रेस्क्यू टीम लगातार गुरुवार की दोपहर से जंगलों में बिगड़ैल हाथी की तलाश कर रही थी। जिसकी तलाश शुक्रवार की सुबह पूरी हुई। और बिगड़ैल हाथी दिख गया आमनार गांव के जंगलों में रेस्क्यू करने पहुंचे 6 हाथियों ने उसे घेर कर रेस्क्यू करना शुरू कर दिया है। वन विभाग के डॉक्टर भी रेस्क्यू टीम के साथ लगे है।जल्द ही उसे अपने कब्जे में लेकर रेस्क्यू टीम अपने साथ लेकर चली जाएगी।दशरथ प्रजापति डिप्टी रेंजर ने बताया कि हाथियों ने जंगली हाथी को घेर लिया है। लेकिन वह बार-बार पहाड़ में चढ़ जा रहा है, जिसकी वजह से रेस्क्यू करने में कुछ समस्याएं आ रही है।
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