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निःशुल्क कैंसर शिविर में 147 मरीजों का किया गया परीक्षण,जीवनशैली में बदलाव से कैंसर जैसी बीमारी को दी जा सकती है मात ,डॉ. दिग्पाल

 


शहडोल। सादिक खान 

शहडोल। मेडिकल कॉलेज शहडोल में कैंसर रोग में जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान एक दिवसीय शिविर में संभाग भर के 147 ऐसे लोगों का परीक्षण कराया गया। शिविर के दौरान कैंसर विशेषज्ञ एवं इंदौर कैंसर फांउडेशन के संस्थापक डॉ. दिग्पाल धारकर ने कहा कि कैंसर जैसी बीमारी को भी मात दी जा सकती है यदि उसका समय रहते परीक्षण करा लिया जाए और जीवन शैली में बदलाव लाया जाए। 

कैंसर के लिए तंबाखू सबसे बड़ा कारण

यह शिविर संभागीय स्तर पर ब्रेस्ट कैंसर एवं मुंह के कैंसर की पहचान के लिए नि:शुल्क रूप में आयोजित किया गया। डॉ. दिग्पाल ने कहा कि मुंंह के कैंसर के लिए तम्बाखू बड़ा कारण होता है। वहीं स्तन कैंसर के 10 प्रतिशत चांस अनुवांशिक भी होते हैं। उन्होंने कहा कि शिविर का उद्देश्य लोगों में जागरुकता लाने के साथ शुरुआती चरण में बीमारी का पता लगाना भी है। 

क्षेत्र को ऐसे शिविर की आवश्यकता

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक मनीषा सिंह ने शिविर आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन इस क्षेत्र में आवश्यक हैं। डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है इसलिए डॉक्टरों का दायित्व है कि इसी भावना को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। 

जनता को मिलेगा लाभ : डॉ. शिरालकर

मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. मिलिंद शिरालकर ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि हमारे संस्थान में इस प्रकार का शिविर आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ. दिग्पाल ऐसे व्यक्तित्तव हैं जिन्होंने कैंसर को हराने की मुहिम छेड़ रखी है। उनके इस पहल में हम साथ हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि जरा सा भी लक्षण मिलने पर जांच कराएं।  

  कैंसर संकेत ऐप पहचान में कारगर 

कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि कैंसर फ़ाउंडेशन द्वारा विकसित नि:शुल्क मोबाइल ऐप कैंसर संकेत शुरुआती कैंसर के लक्षणों की पहचान में कारगर साबित हो रहा है। यह ऐप जो हर मोबाइल पर एक मिनट से कम टाइम में डाउनलोड हो जाता है। जिसकी मदद से कैंसर के प्रारंभिक लक्षण और इनकी बचाव की जानकारी मिलेगी। इसके माध्यम से मुंह, गला, स्तर, लंग्स, बड़ी आंत व गर्भाशय के कैंसर का पता लगाया जा सकता है।

लक्षण आधारित 147 लोगों का परीक्षण 

फांउडेशन के डॉ. दिग्पाल के अलावा इंदौर से पहुंचे उनकी टीम के प्रो. सुरेश सहगल, प्रो. वीरेंद्र व्यास, डॉ. विकास गुप्ता तथा डॉ. कृतिका कुलकर्णी के साथ स्थानीय डॉक्टरों ने परीक्षण किया। परीक्षण में आगे के उपचार व सर्जरी लायक मरीजों इलाज आयुष्मान कार्ड से किया जाएगा।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके लाल, अस्पताल अधीक्षक डॉ. नागेंद्र सिंह, डॉ. विक्रांत कबीरपंथी, डॉॅ. राजेश तांबूलकर, डॉ. अखिलेश प्रताप सिंह, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. नमन अवस्थी, डॉ. अवतार जयसिंघानी, डॉ. श्रेया गुप्ता, अस्पताल मैनेजर साबिर खान सहित अन्य मौजूद रहे।



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